बालोद जिले में एक बार फिर से हाथियों की दस्तक हो चुकी है वन विभाग अलर्ट मोड पर है और दर्जन भर गांव में अलग-अलग दिन के हिसाब से अलर्ट जारी किए जा रहे हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रात के समय अकेले जंगल में न जाने की सलाह दी जा रही है। आपको बता दें कि बीते तीन दिनों से एक हाथी सक्रिय है पूरा मामला गुरुर वन परिक्षेत्र का है एसडीओ डिंपी बैस ने बताया कि हाथियों की लोकेशन ट्रैक की जा रही है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
तेंदू पत्ता तोड़ने का समय
आपको बता दें कि यह समय तेंदूपत्ता तोड़ने का है जिसके कारण लोग अक्सर जंगल की ओर जाते हैं परंतु लोगों को यह समझाइस दी जा रही है कि अकेले जंगल की ओर न जाए तेंदू पत्ता तोड़ने जा रहे हैं तो समूह बनाकर जाएं और यदि कहीं पर हाथी दिखता है तो उसके साथ छेड़छाड़ ना करें। हाथी को गुस्सा आने पर वह आक्रामक हो सकता है। आपको बता दें कि हाथी मानव संघर्ष के चलते बालोद जिले में बीते 3 वर्षों में 6 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है इसलिए लोगों को समझाइस दी जा रही है।
जानिए वर्तमान लोकेशन
आपको बता दें कि वर्तमान में बालोद वनमंडल क्षेत्र में एक दंतैल हाथी जिसका नाम ME 3 है वह कक्ष क्र. RF -39 par hai फसल हानि नही की गई है अभी तक जन हानि नहीं किया गया है इसे परिसर नाहंदा के नाम से जाना जाता है यह परिक्षेत्र सहायक गुरुर और परिक्षेत्र गुरुर में आता है उपस्थिति को देखते हुए कंकालिन,रूपुटोला, हितेकसा,नगझर,मंगचुवा,करियाटोला, नाहंदा, कोसमी, पेटेचुवा, भेजा जंगली, बरही पारा, बरही, नारागांव, किनारगोंदी, नर्रा,मुल्लेगुड़ा में अलर्ट जारी किया गया है।