बेंगलुरु : कर्नाटक सरकार ने उस मॉल को सात दिन तक बंद करने का आदेश दिया है, जिसने एक किसान को धोती और एक सफेद कमीज़ पहने होने की वजह से प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी। किसान को मॉल में प्रवेश नहीं देने की घटना की विधानसभा में सभी पार्टी के सदस्यों ने कड़ी निंदा की है। सरकार ने किसान के कथित अपमान को गरिमा और स्वाभिमान पर आघात बताया और कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शहरी विकास मंत्री बी. सुरेश ने सदन को बताया, ‘मैंने बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) आयुक्त से पूछा कि क्या किया जा सकता है। सरकार के पास अधिकार है। (जी टी वर्ल्ड) मॉल के खिलाफ कानून के अनुसार तुरंत कार्रवाई की जाएगी और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि मॉल सात दिनों के लिए बंद रहे।’
पैंट्स पहनकर आने को कहा
यह घटना मंगलवार को उस समय घटित हुई जब हावेरी जिले के 70 वर्षीय फकीरप्पा अपनी पत्नी और बेटे के साथ मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने के लिए मॉल गए थे। फकीरप्पा ने कथित तौर पर सफेद कमीज़ और ‘पंचे’ (धोती) पहन रखी थी। मॉल के सुरक्षा कर्मचारी ने उन्हें और उनके बेटे से कहा कि उन्हें ‘पंचे’ पहनकर अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कर्मचारी से उनसे कहा कि वह पतलून पहनकर आएं।
बेटा पहली बार पिता को ले गया था मॉल
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर ने यह मुद्दा उठाया और सरकार से कार्रवाई करने को कहा। रानीबेन्नूर से कांग्रेस विधायक प्रकाश कोलीवाड ने कहा कि किसान उनके निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले गांव का निवासी है। उन्होंने कहा, ‘किसान ने अपने सभी 9 बच्चों को पढ़ाया लिखाया है। उनका एक बेटा यहां बेंगलुरु में एमबीए की पढ़ाई कर रहा है और बेटा अपने पिता को मॉल दिखाने ले जाना चाहता था। किसान के पहनावे के कारण उसका अपमान किया गया और मॉल को बंद कर देना चाहिए।’