रायबरेली: उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से राहुल गांधी कांग्रेस उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस की ओर से लगातार इस मामले को सस्पेंस बरकरार रखा। गुरुवार आधी रात तक पार्टी ने कोई नाम सार्वजनिक नहीं किया था। ऐसा लग रहा था कि इसे नामांकन के समय शुक्रवार को छोड़ दिया जाएगा। आज पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख है। ऐसे में पार्टी ने सस्पेंस खत्म करते हुए रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस की निवर्तमान सांसद सोनिया गांधी के चुनावी राजनीति से बाहर होने के बाद अब राहुल गांधी उनके उत्तराधिकारी होंगे। इस सीट को गांधी परिवार के गढ़ के तौर पर देखा जाता रहा है। लगातार इस सीट पर गांधी परिवार को जीत मिलती रही है।
कांग्रेस ने आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अमेठी और रायबरेली सीट के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार अपनी परंपरागत सीट अमेठी से न लड़कर रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, अमेठी सीट के लिए कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले केएल शर्मा यानि किशोरी लाल शर्मा के नाम पर मुहर लगाई है। वह सोनिया गांधी के प्रतिनिधि के तौर पर लंबे समय से जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इन दोनों सीटों पर 20 मई को वोटिंग होनी है और शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। रायबरेली सीट से सोनिया गांधी चुनाव लड़ती रही हैं, लेकिन सक्रिय राजनीति से हटने के बाद ये सीट अब खाली ही थी।
2004 से सोनिया थीं सांसद
रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व सोनिया गांधी ने 2004 से अब तक किया। साल 2019 में सोनिया गांधी ने डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से बीजेपी के प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को इस सीट से हराया था। वो इस बार फिर रायबरेली सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं और इस बार उनका मुकाबला राहुल गांधी से होगा। बीजेपी ने गुरुवार को ही रायबरेली सीट के लिए दिनेश प्रताप सिंह के नाम पर एक बार फिर मुहर लगाई। ऐसी चर्चाएं थी कि राहुल एक बार फिर अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं, उन्होंने 2004 से ही उस सीट पर चुनाव लड़ा है, लेकिन पिछली बार स्मृति इरानी ने उन्हें इस सीट पर हराया था।
दरअसल, बीते कई दिनों ने अमेठी और रायबरेली की सीटों को लेकर कांग्रेस के भीतर बहुत माथापच्ची हुई है। कांग्रेस की यूपी ईकाई ने ये प्रस्ताव केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा था कि गांधी परिवार के सदस्य को अमेठी और रायबरेली सीटों पर उम्मीदवार बनाना चाहिए। हालांकि चुनाव समिति ने इस इस मामले पर अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष खरगे पर छोड़ दिया था। इससे पहले मंगलवार को जब पार्टी महासचिव जयराम रमेश से ये पूछा गया कि सीटों की घोषणा को लेकर देरी क्यों हो रही है, तो उन्होंने कहा था कि अगले 24-30 घंटे में पार्टी अध्यक्ष इस पर फैसला कर लेंगे।
न देरी हुई, न कोई भयभीत
जयराम रमेश ने कहा कि अध्यक्ष तय करेंगे दोनों सीटों से कौन उम्मीदवार होगा और फिर उन नामों की घोषणा हो जाएगी। रमेश ने ये भी कहा था कि ना तो देरी हुई है और ना ही इसे लेकर कोई भयभीत है, बल्कि चर्चा चल रही है। दरअसल यूपी की इन दोनों सीटों पर वोटिंग 20 मई को होनी है, और इसके लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख 3 मई है। शुक्रवार को नामांकन के दिन राहुल गांधी की पुणे में संभावित रैली है तो प्रियंका गांधी की गुजरात के बनासकांठा और यूपी के फतेहपुर सीकरी में रैली करने की योजना है। दरअसल, इससे पहले बीजेपी ने रायबरेली के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया था। रायबरेली से पार्टी ने दिनेश प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तले एसपी के साथ यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 17 पर चुनाव लड़ रही है।