दिल्ली: देशभर में गर्मियों की छुट्टियों के दौरान रेल यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है. इसकी वजह से ट्रेनों में काफी भीड़ देखने को मिलती है. हालांकि, इस साल ऐसा नहीं होगा, क्योंकि रेल मंत्रालय ने इससे निपटने का प्लान बना लिया है. इस साल गर्मियों में यात्रा की मांग में अनुमानित वृद्धि को देखते हुए रेल मंत्रालय अतिरिक्त ट्रेनों की संख्या में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने जा रहा है. इसकी वजह से वेटिंग लिस्ट में भी कमी देखने को मिल सकती है.
रेल मंत्रालय के इस फैसले से ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को अपने गंतव्यों तक सुविधाजनक ढंग से पहुंचाने में मदद मिलेगी. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने और गर्मियों के दौरान यात्रा की मांग में अनुमानित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए रेलवे गर्मी के मौसम में ट्रेनों के रिकॉर्ड 9,111 फेरों का संचालन करने जा रहा है.
रेलवे ने ट्रेनों की कितनी संख्या बढ़ाई?
मंत्रालय ने कहा, “यह 2023 की गर्मियों की तुलना में पर्याप्त वृद्धि को दर्शाती है, जब कुल 6,369 अतिरिक्त ट्रेनों की पेशकश की गई थी. इस तरह ट्रेनों के फेरों की संख्या में 2742 की बढ़ोतरी हुई है जो यात्रियों की मांगों को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है.”
रेल मंत्रालय ने कहा कि प्रमुख रेल मार्गों पर निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए देशभर के प्रमुख गंतव्यों को जोड़ने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई है.
इन 9,111 अतिरिक्त ट्रेनों में से पश्चिम रेलवे सबसे अधिक 1,878 ट्रेनों का संचालन करेगा. इसके बाद उत्तर पश्चिम रेलवे 1,623 अतिरिक्त ट्रेन चलाएगा जबकि दक्षिण मध्य रेलवे 1,012 और पूर्व मध्य रेलवे 1,003 ट्रेनें संचालित करेंगे.
किस आधार पर रेलवे ने किया फैसला?
रेल मंत्रालय ने कहा, “देशभर में फैले सभी जोनल रेलवे ने तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान से गर्मियों के दौरान इन अतिरिक्त यात्राओं को संचालित करने के लिए कमर कस ली है.” मंत्रालय ने यह निर्णय पीआरएस प्रणाली में वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के विवरण के अलावा मीडिया रिपोर्ट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 से मिली सूचनाओं के आधार पर लिया है.