आखिरकार भारत सरकार ने सिंगापुर एयरलाइंस को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी दे दी है। बता दें कि यह मंजूरी भारत सरकार ने उस प्रस्तावित मर्जर के लिए दी है जिसके तहत सिंगापुर एयरलाइंस की एयरलाइन विस्तारा को टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया के साथ पूरी तरह मर्ज कर दिया जाएगा। सिंगापुर एयरलाइन्स को मिली इस एफडीआई मंजूरी के बाद टाटा और सिंगापुर एयरलाइन मिलकर दुनिया का सबसे बड़ा एयरलाइन ग्रुप बन जाएंगे।
साल के आखिर तक पूरा होगा अधिग्रहण
बता दें कि विस्तारा-एयर इंडिया के विलय के साथ ही अब सिंगापुर एयरलाइंस एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा। इस डील के इस साल के आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रस्तावित मर्जर का ऐलान नवंबर 2022 में किया गया था।
एयरलाइन ने कहा कि यह विलय भारतीय कानूनों के अनुपालन के अधीन है, जिसके फिलहाल अगले कुछ महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। इसमें कहा गया है, “इस समय, प्रस्तावित विलय के 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।”
सिंगापुर एयरलाइंस के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच फिलहाल इस मर्ज के पूरा होने की तारीख को लेकर बातचीत चल रही है। इससे पहले यह विलय 31 अक्टूबर, 2024 तक पूरा होना था।