केरल वैसे तो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, अच्छे-अच्छे टूरिस्ट प्लेस की वजह से देश में सुर्खियों में बना रहता है, लेकिन इन सबसे अलग एक और खास वजह से इन दिनों इस राज्य की चर्चा खूब हो रही है. यह वजह बेहद ही दिलचस्प है. दरअसल, केरल सरकार के कर्मचारी बड़ी संख्या में हर साल 31 मई को रिटायर होते हैं. इस साल यानी 2024 में रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों की संख्या 16,000 से ज्यादा है. क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है, आइए बताते हैं.
केरल सरकार के 16,000 से ज्यादा कर्मचारी 31 मई को एक साथ रिटायर हो गए. रिटायर होने वालों में राज्य सचिवालय सहित कई राज्य सरकार के कार्यालयों में काम करने वाले डॉक्टर, पुलिस अधिकारी, शिक्षक, क्लर्क, ड्राइवर, चपरासी और कई लोग शामिल हैं.
16 हजार से ज्यादा रिटायरमेंट
केरल में सभी राज्य सरकार के कर्मचारी 56 साल की उम्र में रिटायर होते हैं. वह सभी जिनकी जन्मतिथि मई में होती है और 56 साल की आयु प्राप्त कर चुके हैं, वे 31 मई को रिटायर होते हैं, और इस बार, 16,000 से ज्यादा कर्मचारी एक ही समय में रिटायर हो रहे हैं.
ये है दिलचस्प वजह
बता दें, कि हर साल मई में ही इतनी बड़ी संख्या में लोगों के रिटायर्ड होने के पीछे की वजह काफी दिलचस्प है. दरअसल, पहले के समय में पैरेंट्स बच्चे की जन्म तिथि वही दर्ज करा देते थे, जिस दिन वह स्कूल में दाखिला लेने जाता था. आमतौर पर स्कूलों में दाखिले जून में शुरू होते हैं, क्योंकि उस वक्त कोई भी आधिकारिक जन्म प्रमाण पत्र की मांग नहीं होती थी. ऐसे में अधिकतर लोगों की डेट ऑफ बर्थ जून ही हो जाती थी. ऐसे लोग जो सरकारी नौकरी में हैं उनकी रिटायरमेंट मई में ही आती है.
बता दें, कि पिछले साल 2023 में 31 मई को रिटायर होने वालों की संख्या 11,800 थी. जन्मतिथि बदलने का चलन पहले भी हुआ करता था. अब ऐसा नहीं होता है क्योंकि अस्पताल हर जन्म को रजिस्टर्ड करता है और इसे स्थानीय निकाय के पास दर्ज करता है, जो जन्म प्रमाण पत्र जारी करता है.