रायपुर। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने 150 दिनों में 122 नक्सलियों को मार गिराया है। एक स्पेशल ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ लॉन्च किया गया है। बड़ी तादाद में सरेंडर भी हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों के टॉप लीडरशिप को समझ नहीं आ रहा कि अब क्या करें। बुरी तरह से इन 5 महीनों में नक्सलियों की कमर तोड़ने का काम सरकार ने किया है।
गुरुवार को छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि उस शुभ दिन का इंतजार है जब सबसे ज्यादा नक्सली सरेंडर करें। ये बात उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नई सरकार बनने के बाद कल मृत्यु 122 है। ये नक्सली पुलिस एंकाउंटर में मारे गए। 415 नक्लसियों ने आत्मसमर्पण किया है, गिरफ्तार 423 हैं। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा- मैं उस शुभ दिन की प्रतीक्षा में हूं जिस दिन आत्मसमर्पण की संख्या ज्यादा होगी, गिरफ्तारियों से। आत्मसमर्पण के माध्यम से पुनर्वास के माध्यम से नक्सल समस्या का समाधान होना चाहिए।
ठीक एक दिन पहले 29 मई को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक महिला समेत 2 नक्सली मारे गए हैं। दोनों के शव और मौके से हथियार बरामद कर लिए गए हैं। मुठभेड़ में ढेर महिला माओवादी मनीला DVCM कैडर की है। इस पर 8 लाख का इनाम था। वहीं दूसरे नक्सली मंगलू कुड़ियाम साल 2007 दंतेवाड़ा जेल ब्रेक की घटना में शामिल था। इस पर 1 लाख का इनाम था।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि विशेष बात यह है 5 लाख की इनामी महिला नक्सली एरिया कमेटी मेंबर थी उसे जिंदा पकड़ा गया है। वो वर्दी में थी। जवानों ने उसको पकड़ा है और वह हिरासत में है।
मैं स्पष्टता के साथ कहना चाहता हूं कि विभिन्न आयामों में एक साथ नक्सल समस्या खत्म हो इसपर काम चल रहा है।