छत्तीसगढ़ में नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर एक जंगल में मंगलवार को नक्सलियों के साथ सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ हो गई. इस दौरान तीन महिलाओं सहित 10 नक्सली मारे गए. राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 15 दिनों में सुरक्षा बलों का नक्सलियों पर यह दूसरा बड़ा हमला है.
डिप्टी सीएम शर्मा के पास गृह विभाग भी है. उन्होंने एक वीडियो बयान में इसे राज्य में नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता बताया. पुलिस के मुताबिक, ताजा मुठभेड़ सुबह करीब 6 बजे नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले अबुझमाड़ इलाके के टेकमेटा और काकुर गांवों के बीच जंगल में हुई.
मंगलवार सुबह हुई मुठभेड़
दरअसल, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. ऑपरेशन सोमवार रात को शुरू किया गया था और मंगलवार सुबह नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर अभुजमाड़ इलाके में मुठभेड़ हुई.
डिप्टी सीएम ने बताया कि तीन महिलाओं समेत 10 नक्सलियों को मार गिराया गया है और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं. मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कार्रवाई को एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि मौके से एक एके-47 राइफल और अन्य हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरा भी बरामद किया गया है.
जंगल में नक्सलियों ने बनाए थे इस तरह के अस्थाई ठिकाने.
मुख्यधारा में शामिल होने की अपील
डिप्टी सीएम ने सुरक्षाकर्मियों को सफलता के लिए बधाई दी. उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली राज्य सरकार बातचीत के जरिए इस मुद्दे का समाधान चाहती है.
यदि कोई नक्सली, या कोई बड़ा या छोटा समूह वीडियो कॉल या मध्यस्थ के माध्यम से बात करना चाहता है, तो हम तैयार हैं और उनके लिए बेहतर पुनर्वास की व्यवस्था करेंगे. हम उनसे मुख्यधारा में शामिल होने का आग्रह करते हैं. हम चाहते हैं कि बस्तर में शांति हो और वहां विकास हो.
पुलिस ने कहा कि मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. प्राथमिक तौर पर मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों में से दो की शिनाख्त DVCM जोगन्ना और DVCM विनय उर्फ अशोक के रूप में हुई है. बताते चलें कि 16 अप्रैल को कांकेर जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे.
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया गया कि वर्ष 2024 में अब तक प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के खिलाफ चलाए गए अभियान में बस्तर रेंज के कुल 91 माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही उनके पास के अत्याधुनिक हथियार- LMG-02, AK 47- 04, SLR- 01, Insas- 03, .303 rifle-04, 9MM Pistol- 04 के साथ ही बहुतायत में अन्य आर्म्स एम्युनेशन, विस्फोटक सामग्री सहित अन्य नक्सल सामग्री बरामद की गई है.