महिलाओं का जीना और भी मुश्किल होने वाला है. पिछले 3 साल से अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार ने महिलाओं पर अत्याचार और प्रतिबंध लगातार बढ़ाए हैं. अब तालिबानी सरकार ने हाल ही में एक ऐसा नियम बनाया है जिसमें महिलाओं को सार्वजनिक रूप से गाने या पढ़ने से रोक दिया है. यह नया कानून तालिबान के नेता हिबतुल्ला अखुंदजादा द्वारा बनाया गया है.
शरीर के साथ-साथ चेहरे को भी ढकना होगा
इस नए कानून में महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर अपने शरीर के साथ-साथ चेहरे को भी ढकना होगा. इस नए कानून के तहत महिलाओं की आवाज को निजी माना गया है और कहा गया है कि इसे सार्वजनिक रूप से सुनने की अनुमति नहीं है. साथ ही यह भी कहा गया है कि महिलाएं सार्वजनिक रूप से बात भी नहीं कर सकती हैं. इसके अलावा महिलाओं को गैर संबंध पुरुषों को देखने से भी मना कर दिया गया है.
संयुक्त राष्ट्र ने भी जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र ने इन नियमों पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि ये प्रतिबंध अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के जीवन को और मुश्किल बना देंगे. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है, क्योंकि यह सिर्फ अफगानिस्तान की महिलाओं के अधिकार का मामला नहीं है बल्कि मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है.