नई दिल्ली। केरल के वायनाड में भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन के चलते 400 से ज्यादा लोगों की मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है, लोगों को बचाने के लिए रेसक्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है भूस्खलन से अब तक कुल 24 लोगों की मौत हुई है, इनमें तीन बच्चे भी शामिल थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। वहीं एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम वायनाड जा रही है। इलाके के सीएमओ के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग – राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं।
वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर रवाना
वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच सुबह 7.30 बजे सुलूर से रवाना हो गए हैं। बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा।
स्वास्थ्य कर्मियों की टीमें तैनात
केरल के वैथिरी, कलपट्टा, मेप्पडी और मननथावाडी अस्पताल सहित सभी अस्पताल तैयार हैं। रात में सभी स्वास्थ्य कर्मी सेवा के लिए पहुंचे थे। वायनाड में स्वास्थ्य कर्मियों की अधिक टीमें तैनात की जाएंगी। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इसकी जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन की घटनाओं में लोगों की मौत पर मंगलवार को दुख व्यक्त किया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद मिलने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की। वहीं घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
मोदी ने लिखा कि केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात की और वहां उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने राज्य से संबंध रखने वाले दो केंद्रीय मंत्रियों-सुरेश गोपी और जॉर्ज कुरियन से भी मौजूदा स्थिति पर बात की। उन्होंने बताया कि मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा से क्षेत्र में राहत कार्यों में मदद के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को भी भेजने को कहा है।