रायपुर। अयोध्या में राम लला के दर्शन अब मुफ्त में हर छत्तीसगढ़िया कर सकता है। राज्य सरकार ने ‘राम लला दर्शन’ योजना की शुरुआत की है। योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को दर्शन कराने के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा। पर्यटन विभाग इसके लिए बजट उपलब्ध कराएगा।
अयोध्या दर्शन के लिए ये होंगी शर्तें
छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो।
18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड के स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी।
दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे।
प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।
इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनाई जाएगी। प्रत्येक समिति अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन करेगी।
यात्रा की दूरी करीब 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (IRCTC) के साथ छत्तीसगढ़ मंडल एमओयू करेगा।
IRCTC ही यात्रा के दौरान सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन और एस्कार्ट की व्यवस्था करेगा।
हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेलवे स्टेशन तक लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर करेंगे। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा।
यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर से ट्रेन के जरिए रवाना किए जाएंगे।
वर्तमान में प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध होगी। यात्रियों की संख्या के अनुसार आगे बढ़ोतरी की जा सकती है।
सरकार ने अपनी कैबिनेट बैठक में तय किया है कि यात्रा अयोध्या धाम तक ही होगी। हालांकि इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम होगा। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर, कॉरिडोर और गंगा आरती का दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकेगा।
कांकेर से भक्त रवाना
कांकेर विधायक आशाराम नेताम और कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर ने जिले के 72 दर्शनार्थियों को लेकर जा रही बस को रवाना किया। बस को लाइवलीहुड कॉलेज कांकेर से हरी झंडी दिखाकर दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया। दुर्ग से ट्रेन में बैठकर यात्री अयोध्या पहुंचेंगे। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों सहित जिला पंचायत सीईओ एवं नोडल अधिकारी सुमित अग्रवाल भी उपस्थित थे
हर साल 20 हजार लोगों को मिलेगा मौका
प्रदेश के लोगों को सरकार अब रूटीन में अयोध्या भेजेगी। ये जानकारी खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री को श्रीरामलला दर्शन योजना के बारे में बताते हुये कहा कि इसके लिए आईआरसीटीसी के साथ एमओयू किया गया है। इस योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को यात्रा कराने का लक्ष्य है।